कक्षा – आठवीं पाठ – ६ ( भगवान के डाकिए )

पैरागान कान्वेंट स्कूल कक्षा – आठवीं पाठ – ६ ( भगवान के डाकिए ) भगवान के डाकिए का भावार्थ – पक्षी और बादल, ये भगवान के डाकिए हैं, जो एक महादेश से दूसरे महादेश को जाते हैं। हम तो समझ नहीं पाते हैं मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ पेड़, पौधे, पानी और पहाड बाँचते हैं। भगवान […]

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कक्षा – आठवीं पाठ – ४ ( दीवानों की हस्ती )

पैरागान  कान्वेंट स्कूल कक्षा – आठवीं पाठ – ४ ( दीवानों की हस्ती ) पठित अवबोधन १ संकेत – हम दीवानों……………………………………………………………………………………………   कहाँ  चले। १. प्रश्न – कवि और कविता का नाम लिखो ? उत्तर – कवि का नाम भगवती चरण वर्मा और कविता का नाम दीवानों की हस्ती है। २ प्रश्न – दीवाने एक स्थान […]

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कक्षा – आठवीं पाठ – १६ ( टोपी )

पैरागान  कान्वेंट स्कूल कक्षा – आठवीं पाठ – 18( टोपी )   पाठ सार – यह कहानी एक गौरैया के जोड़े की है। उन दोनों में बहुत प्रेम था। एक-दूसरे के बगैर वे कोई भी काम नहीं करते थे। एक बार मादा गौरैया ने किसी मनुष्य को कपड़े पहने देखा तो उसकी प्रशंसा की परंतु […]

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कक्षा -आठवीं पाठ – १७ , बाज और साँप

पैरागान कान्वेंट स्कूल कक्षा -आठवीं पाठ – १७ , बाज और साँप प्रश्न- उत्तर प्रश्न 1.घायल होने के बाद भी बाज ने यह क्यों कहा, ”मुझे कोई शिकायत नहीं है।” विचार प्रकट कीजिए। उत्तर:घायल होने के बाद भी बाज ने यह कहा कि – “मुझे कोई शिकायत नहीं है।” उसने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वह […]

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कक्षा – आठवीं पाठ – १६   , पानी की कहानी

      पैरागान  कान्वेंट स्कूल कक्षा – आठवीं पाठ – १६   , पानी की कहानी पाठ सार – “पानी की कहानी” में एक ओस की बून्द अपनी रक्षा के लिए बेर के पेड़ पर से लेखक की हथेली पर कूद जाती है और उसे अपनी कहानी सुनाना शुरू करती है। ओस की बूँद कहती […]

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