पैरागान कान्वेंट स्कूल
कक्षा – चौथी
पाठ -६ ( चरित्र निर्माण ही सच्ची शिक्षा है )
1.कठिन शब्द पृष्ठ क्रमांक ५३ से स्वयं करें।
2. शब्दार्थ पृष्ठ क्रमांक ५२ से स्वयं करें।
3. निम्नलिखित शब्दों से वाक्य स्वयं बनाएं।
१ ख्याल :-
२ कर्तव्य :-
३ चेष्टा :-
४ नितांत :-
५ सम्भव :-
5.निम्नलिखित लघुउत्तरीय प्रश्नों के उत्तर लिखो।
१ प्रश्न – गांधी जी ने जेल में किसको पत्र लिखा ?
उत्तर – गांधी जी ने जेल में अपने ज्येष्ठ पुत्र मणिलाल को पत्र लिखा।
२ प्रश्न – गांधी जी के तीनों पुत्रों के नाम क्या थे ?
उत्तर :- गांधी जी के तीनों पुत्रों के नाम निम्नलिखित थे:-
१ मणिलाल
२ रामलाल
३ देवदास
३ प्रश्न -“बा ” कौन थी ?
उत्तर – बा गांधी जी की पत्नी कस्तूरबा बाई थी।
४ प्रश्न :-गांधी जी के अनुसार प्रार्थना कब करनी चाहिए ?
उत्तर :- गांधी जी के अनुसार पूजा सूर्योदय से पहले करनी चाहिए।
6.दीर्घउत्तरीय प्रश्न
१ प्रश्न :- संसार में किन तीन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर :- गांधी जी के अनुसार हमें निम्नलिखित तीन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए :-
। अपनी आत्मा का
२ अपने आप का अर्थात स्वयं का
३ ईश्वर का सच्चा ज्ञान प्राप्त करना
२ प्रश्न – गांधी जी के अनुसार मणिलाल की शिक्षा कैसे पूरी हो रही थी ?
उत्तर – गांधी जी के अनुसार मणिलाल की शिक्षा अपनी बा की सेवा करके , अपने भाइयों की देखभाल करके ,अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाकर पूरी हो रही थी। उनका माना था कि केवल अक्षर ज्ञान ही सच्ची शिक्षा नहीं है। सच्ची शिक्षा तो चरित्र निर्माण तथा कर्तव्य का बोध है।