पैरागान कान्वेंट स्कूल
कक्षा – पाँचवीं
पाठ – १४ ( चूहे की दिल्ली यात्रा )
- कठिन शब्द पृष्ठ क्रमांक 117से स्वयं करें।
- शब्दार्थ पृष्ठ क्रमांक 116 से स्वयं करें।
- निम्नलिखित शब्दों से वाक्य स्वयं बनाएँ :-
- घात:-
- आजादी :-
- खिल्ली:-
- जश्न:-
- फुरसत
लघुउत्तरीय प्रश्न
१ उत्तर :-दिल्ली आजादी का जश्न देखने चूहा जा रहा था।
२ उत्तर :- दिल्ली में तिरंगे झंडे लाल किले पर फहराया जाता है।
३ उत्तर :- कविता के रचयिता रामधारी सिहं दिनकर है।
दीर्र्घउत्तरीय प्रश्न
१ उत्तर :-चूहे ने आजादी का जश्न देखने के लिए दिल्ली की यात्रा की तैयारी की। घर वालों को बिल से न निकलने की हिदायत देते हुए कहा कि “ एक पाजी बिल्ली है।“उसे सावधान रहना नहीं तो न जाने कब किसी को मार दे। मैं दिल्ली घूमूँगा , फिरूँगा ,झण्डारोहण देखूँगा ‘. और समय मिला तो प्रधानमंत्री से भी मिलूँगा। अब तो गांधी युग है। चूहों की कोई खिल्ली नहीं उड़ा सकता।
२उत्तर :- स्वतंत्रता व्यक्ति को घूमने , फिरने ,किसी भी सावर्जनिक स्थल के आयोजनों आदि को देखने की रूकावट से मुक्त करती है। व्यक्ति अपने सम्मानित महसूस करता है। इसलिए जीवन में स्वतंत्रता का महत्व बहुत मायने रखता है।