कक्षा -3 पाठ – 4

 

पैरागान  कान्वेंट स्कूल

कक्षा -3

पाठ – 4

1)प्र० सही उच्चारण कीजिए

जुंडी, पंखोंवाली, अन्न, संतोषी, खातिर, विजन, गरवीली, चिड़िया

सोचिए और बताइए

 

(क) चिड़िया जुंडी के दाने कैसे खाती है?

 

उ० चिड़िया जुंडी के दाने चोंच मारकर खाती है।

 

(ख) चिड़िया की क्या-क्या विशेषताएँ हैं?

 

उ० चिड़िया छोटी, संतोषी, गरबीली और नीले पंखों वाली हैं।

दिए गए प्रश्नों के लिए सही विकल्प चुनिए

 

(क) चिड़िया दाने खाती है

 

(ब)  जुंडी के

 

(ख) चिड़िया ने किसका दिल टटोला ?

 

(ब) नदी का

 

(ग) कविता के रचयिता कौन हैं?

 

(ब) केदारनाथ अग्रवाल

 

  1. कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए

दूध-भरे  जुंडी के  के दाने

रुचि से, रस से खा लेती है;

यह छोटी संतोषी चिड़िया

नीले पँखों  मैं हूँ।

3.लघु उत्तरीय प्रश्न

 

(क) चिड़िया के पंख किस रंग के हैं?

 

उ० चिड़िया के पंख नीले रंग के हैं।

 

(ख) चिड़िया चोंच मारकर किसके दाने का रस खा लेती है?

उ० चिड़िया चोंच मारकर जुंडी के दाने का रस खा

 

 

(ग) चिड़िया किसकी खातिर गा लेती है?

 

उ० चिड़िया बूढ़े वन-बाण की खातिर गा लेती है।

 

(घ) कविता का क्या नाम है?”

 

उ० कविता का नाम ‘वह चिड़िया जो’ है।

 

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

 

(क) कवि ने कविता में किसका वर्णन किया है?

उ० कवि ने कविता में चिड़िया के गुणों का वर्णन किया है।

 

(ख)   दी गई पंक्तियों का आशय स्पष्ट करो।

चोंच  मारकर

चढ़ी नदी का दिल टटोलकर

जल का मोती ले जाती है,

वह छोटी गरवीली चिड़िया

नीले पंखोंवाली मैं हूँ,

मुझे नदी से बहुत प्यार है।

उ० कविता में चिड़िया चोंच मारकर चढ़ी नदी का दिल टटोलकर जल का मोती अपने साथ ले जाती है। यह कार्य छोटी परंतु गरबीली नीले पंखों वाली चिड़िया द्वारा किया जाता है जिसे नदी से बहुत प्यार है।

 

1.) दिए गए शब्दों के लिए लिंग लिखिए

चिड़िया – स्त्रीलिंग

नदी – स्त्रीलिंग

बूढ़े- बाबा – पुल्लिंग

मोती – पुल्लिंग

 

2) दिए गए शब्दों के दो-दो पर्यायवाची लिखिए

 

चिड़िया- खग , पक्षी

नदी – सरिता , तरंगिणी

वन- जंगल , कानन

3.दिए गए वाक्यों में विशेषण को छाँटकर लिखिए और विशेष्य को रेखांकित कीजिए

(क) चिडिया बहुत गरवीली है।

(ख) चिडिया मधुर गीत गाती है।

(ग) बाग में एक छोटी संतोषी चिड़िया है।

(घ) नदी में शीतल जल बहता है।