पैरागान कान्वेंट स्कूल
सैक्टर – 24 बी ,चंडीगढ़
कक्षा – आठवीं
बाल – महाभारत
पाठ – 4,5 & 6
प्रश्न / उत्तर
प्रश्न-1 विदुर कौन थे?
उत्तर- विचित्रवीर्य की रानी अंबालिका की दासी के पुत्र आगे चलकर विदुर के नाम से प्रख्यात हुए।
प्रश्न-2 विदुर के विशिष्ट गुण क्या थे?
उत्तर- उनका ज्ञान धर्मशास्त्र तथा राजनीति में अथाह था। वह बड़े निःस्पृह थे और उन्हें क्रोध नहीं आता था।
प्रश्न-3 किसने विदुर को राजा धृतराष्ट्र का प्रधानमंत्री नियुक्त किया था और क्यों?
उत्तर – पितामह भीष्म ने विदुर को उनके विवेक तथा ज्ञान से प्रभावित होकर उन्हें राजा धृतराष्ट्र का प्रधानमंत्री नियुक्त किया था।
प्रश्न-4 राजा धृतराष्ट्र, दुर्योधन को जुआ खेलने से क्यों नहीं रोक पाए?
उत्तर – राजा धृतराष्ट्र दुर्योधन से बहुत स्नेह करते थे। अपनी इस कमज़ोरी के कारण वह दुर्योधन को जुआ खेलने से नहीं रोक पाए।
प्रश्न-5 क्षत्रियों का क्या धर्म है?
उत्तर – युद्ध या खेल के लिए बुलाए जाने पर न जाना क्षत्रियों का धर्म नहीं है।
प्रश्न-6 युधिष्ठिर जुआ खेलने क्यों गए?
उत्तर – युधिष्ठिर क्षत्रिय कुल की मर्यादा रखने के लिए जुआ खेलने गए।
प्रश्न-7 विदुर ने राजा धृतराष्ट्र से क्या कहा और क्यों?
उत्तर – विदुर ने राजा धृतराष्ट्र से कहा कि जुआ खेलना ठीक नहीं है। इस खेल के कारण उनके बेटों में आपस में वैरभाव बढ़ेगा इसलिए इसे रोक दीजिए।
प्रश्न-8 राजा शूरसेन कौन थे?
उत्तर- यदुवंश के प्रसिद्ध राजा शूरसेन श्रीकृष्ण के पितामह थे।
प्रश्न-9 कुंतीभोज कौन थे?
उत्तर – राजा शूरसेन के फुफेरे भाई का नाम कुंतीभोज था।
प्रश्न-8 राजा शूरसेन कौन थे?
उत्तर- यदुवंश के प्रसिद्ध राजा शूरसेन श्रीकृष्ण के पितामह थे।
प्रश्न-9 कुंतीभोज कौन थे?
उत्तर – राजा शूरसेन के फुफेरे भाई का नाम कुंतीभोज था।
प्रश्न-10 राजा शूरसेन ने कुंतीभोज को क्या वचन दिया था?
उत्तर – राजा शूरसेन ने कुंतीभोज को वचन दिया था कि उनकी जो पहली संतान होगी, उसे कुंतीभोज को गोद दे देंगें।
प्रश्न-11 कुंतीभोज के यहाँ आने पर पृथा का नाम क्या पड़ गया?
उत्तर – कुंतीभोज के यहाँ आने पर पृथा का नाम कुंती पड़ गया।
प्रश्न-12 ऋषि दुर्वासा कुंती से क्यों प्रसन्न थे?
उत्तर – ऋषि दुर्वासा कुंती से उनके सेवा-सुश्रूषा से प्रसन्न थे।
प्रश्न-14 ऋषि दुर्वासा ने कुंती को कौन सा वरदान दिया?
उत्तर – ऋषि दुर्वासा ने कुंती को वरदान दिया कि वह जिस भी देवता का ध्यान करेंगी, वह उनको अपने ही समान एक तेजस्वी पुत्र प्रदान करेंगें।
प्रश्न-15 कर्ण कौन थे?
उत्तर – कुंती ने सूर्य के संयोग से सूर्य के समान तेजस्वी और सुंदर बालक को जन्म दिया जो आगे चलकर कर्ण के नाम से विख्यात हुए।
प्रश्न-16 कर्ण के शरीर पर जन्म से क्या था?
उत्तर – जन्म से ही कर्ण के कानों में सोने के कुंडल और उनके छाती पर एक प्राकृतिक कवच था।
प्रश्न-17 अधिरथ को पेटी में क्या मिला?
उत्तर – अधिरथ को पेटी में सोता हुआ सुंदर सा बच्चा मिला।
प्रश्न-18 कर्ण का पालन पोषण कहाँ हुआ?
उत्तर – कर्ण का पालन पोषण अधिरथ नाम के एक सारथी के यहाँ हुआ।
प्रश्न-19 भीम दुर्योधन और उसके भाईयों को क्यों तंग किया करता था?
उत्तर – भीम के मन में कोई बैर नहीं था। वह बचपन के जोश के कारण ही दुर्योधन और उसके भाईयों को तंग किया करता था।
प्रश्न-20 कौरवों और पांडवों ने अस्त्र विद्या किनसे सीखा?
उत्तर – कौरवों और पांडवों ने अस्त्र विद्या कृपाचार्य से सीखा।
प्रश्न-21 दुर्योधन ने नशे पड़े भीम के साथ क्या किया?
उत्तर – दुर्योधन ने नशे पड़े भीम के हाथ – पैर को लताओं से बांधकर गंगा में बहा दिया।
प्रश्न-22 पांडवों और कुंती के आनंद का ठिकाना क्यों न रहा?
उत्तर – भीम को जीवित देखकर पांडवों और कुंती के आनंद का ठिकाना न रहा।
प्रश्न-23 कौरव भीम से क्यों बैर भाव रखते थे?
उत्तर – कौरव भीम से बैर भाव रखते थे क्योंकि शरीर- बल में भीम सबसे बढ़कर था और खेलों में दुर्योधन और उसके भाईयों को भीम तंग भी किया करता था।
प्रश्न-24 भीम को गंगा में बहा देने के बाद दुर्योधन ने क्या सोचा?
उत्तर – भीम को गंगा में बहा देने के बाद दुर्योधन मन ही मन यह सोच कर खुश हो रहा था कि भीम का तो काम तमाम हो गया होगा।
प्रश्न-25 भीम के उत्तेजित होने पर युधिष्ठिर ने क्या कहा?
उत्तर – भीम के उत्तेजित होने पर युधिष्ठिर ने उनसे कहा कि अभी समय नहीं आया है और उन्हें अपने आपको सँभालना होगा। साथ ही सभी भाइयों को एक दूसरे की रक्षा करते हुए बचे रहना होगा।